बक्सर जिला के पर्यटन स्थल -

 


बक्सर जिला  के पर्यटन स्थल -


बक्सर जिला एक धार्मिक स्थल है,धर्म के लिहाज़ एक बड़ा ही पवित्र स्थल है। 


नव लखा मंदिर  --  



बिहार के ऐतिहासिक शहर बक्सर में ऐतिहासिक धरोहरों के अलावा खूबसूरत धार्मिक स्थान भी मौजूद हैं। जिले का नौलखा मंदिर अपने नाम की तरह काफी खूबसूरत और आकर्षक है। यह एक हिन्दू मंदिर है जिसके दर्शन करने के लिए न सिर्फ श्रद्धालु आते हैं बल्कि पर्यटकों का भी आना जाना यहां लगा रहता है।



ब्रह्मेश्वर नाथ मंदिर --- 



 बक्सर जिले का यह शिव मंदिर  अति प्राचीन है।  कहा जाता है कि इस मंदिर में शिव लिंग की स्थापना स्वयं ब्रह्मा जी ने की थी।  इस मंदिर की एक विशेषता है कि इसका द्वार पश्चिम में है देश के बाकी सभी शिव मंदिरों का द्वार पूर्व में स्थित है।   कहा  जाता है कि  इस मंदिर का चमत्कार  देख कर उलटे पावं  लौट गया .



बक्सर का किला ---- 




 क्सर किला, बक्सर,में स्थित एक किला है। बक्सर भारत के पूर्वी हिस्से में बिहार राज्य के पूर्वी भाग में स्थित एक शहर है। यह बक्सर जिले का मुख्यालय है। किले की स्थापना राजा रुद्र देव ने 1054 में की थी। यह शहर अपनी सांस्कृतिक विरासत के लिए जाना जाता है क्योंकि यह वह जगह है जहाँ भगवान राम ने राक्षस तारक का वध किया था और ऋषि विश्वामित्र के आश्रम का स्थान भी।
किले की स्थापना राजा रुद्र देव ने 1054 में की थी।  यह शहर अपनी सांस्कृतिक विरासत के लिए जाना जाता है क्योंकि यह वह स्थान है जहाँ भगवान राम ने राक्षस तारक का वध किया था और ऋषि विश्वामित्र के आश्रम का स्थान भी था।  बक्सर जिले का अपने मूल जिले भोजपुर के साथ घनिष्ठ संबंध है और इसका पुराना इतिहास है।  पौराणिक कथाओं के अनुसार बक्सर का प्राचीन महत्व ब्राह्मण पुराण और वराह पुराण जैसे महाकाव्यों में वर्णित है। 


कतकौली का मैदान  




कतकौली का मैदान, बक्सर में, इस क्षेत्र के आसपास के सबसे ज्यादा पर्यटकों के आकर्षण में से एक है। इस स्थान की लोकप्रियता का कारण बक्सर की ऐतिहासिक लड़ाई है जो यहां ईस्ट इंडिया कंपनी और मीर कासिम (बंगाल के नवाब), शुजा-उद-दौलह (अवध के नवाब) और शाह आलम (मुगल सम्राट) के बीच लड़ा गया था।


बिहारी जी मंदिर




बिहारी जी मंदिर, बक्सर में सबसे प्रतिष्ठित स्थानों में से एक है। यह बक्सर से करीब 15 किमी दूर स्थित है। इस मंदिर का निर्माण 1825 में उस वक्त के डुमराव के तत्कालीन महाराजा जयप्रकाश सिंह के आदेश पर किया गया था । भारत रत्न उस्ताद बिस्मिल्ला खान और उनके पिता यहां शेहनाई बजाते थे । मंदिर भगवान कृष्ण को समर्पित है और बिहार के विभिन्न हिस्सों से भक्त अपने पवित्र प्रार्थना को लेकर यहाँ आते है।


चौसा का युद्ध ---




चौसा का युद्ध -मैदानचौसा की 

लड़ाई मुगल सम्राट हुमायूं 

और अफगान, शेरशाह सूरी 

के बीच एक

 उल्लेखनीय सैन्य लड़ाई थी। 

यह 26 जून 1539 को चौसा में ,

बिहार में बक्सर 10 

मील दक्षिण-पश्चिम में लड़ा गया था। शेर शाह

 विजयी हुआ था और खुद फरीद अल दीन शेर शाह का ताज पहना

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