भोजपुर जिला - परिचय
भोजपुर जिला - परिचय
भोजपुर जिला -- भोजपुर जिला पटना प्रमंडल के अंतर्गत आता है। भोजपुर जिले का मुख्यालय आरा शहर है। आरा शहर का नाम संस्कृत के अरण्य से लिया गया है जिसका अर्थ है जंगल । आज का आरा पूर्व मे एक घनघोर जंगल था । एक मिथक के अनुसार ऐसा कहा जाता है कि भगवान राम के गुरु आचार्य विश्वामित्र का आश्रम इसी क्षेत्र मे था। जिले के उत्तर मे सारण और बलिया दक्षिण मे रोहतास , पूर्व मे पटना एवं पश्चिम मे जहानाबाद एवं अरवल ज़िला है ।
जिले में 3 अनुमंडल हैं , आरा -सदर , पिरो और जगदीश पुर। जिले कुल 14 प्रखंड हैं। जिले में 7 विधान सभा क्षेत्र है। कुल 228 पंचायत हैं तथा 1244 गांव हैं। जिले का एस टी डी कोड - 06182 और पिन कोड - 802301 है। भोजपुर जिले में 36 पुलिस थाना है।
1972 में शाहाबाद जिले का विभाजन हुआ और दो नए जिले बने एक भोजपुर और दूसरा रोहतास। प्राचीन कल में भोजपुर जिले का भू भाग मगध साम्राज्य के अधीन आता था। इस क्षेत्र में अनेक जगहों पर बुद्ध की प्रतिमाएं यह बताती है कि यहाँ बुद्ध के भी काफी अनुयायी थे। ईसा पूर्व सातवी सदी में विख्यात यात्री ह्वेनसांग शाहाबाद के मो-हो-सोलो में आया था. आज उस जगह की पहचान मसाढ़ गाँव के रूप में की गई है जो आरा बक्सर सड़क पर आरा से 10 किलो मीटर की दूरी पर अवस्थित है I
मुग़ल कल में जगदीशपुर और भोजपुर के राजाओं ने मुगलों की अधीनता स्वीकार नहीं की।
जगदीशपुर और भोजपुर के राजा ने मुगलों को पराजीत
किया. भोजपुर के राजा ने जहाँगीर के
खिलाफ विद्रोह किया. शाहजहाँ एवं उसकी रानी ने उनके
उत्तराधिकारी राजा प्रताप एवं उनके
दरबारी को मरवा दिया. इसके बाद भोजपुर लगभग शांत रहा
पर मुगलों के लिए अंत तक
कठिनाई बनी रही.
भोजपुर के कुंवर सिंह को कौन नहीं जनता है।
80
साल की आयु
इन्होने 1857 की क्रांति हुई जब
कुअंर सिंह
ने अंग्रेजो के खिलाफ विद्रोह कर दिया।
अपनी वीरता का परिचय दिया जो आज भी मिशाल है
और उनकी वीरता के गन गए जाते हैं।