बक्सर जिला --परिचय
बक्सर जिला --परिचय
बक्सर जिला - बक्सर पटना प्रमंडल का एक जिला है। इसका जिला मुख्यालय बक्सर शहर है। इस जिले में दो अनुमंडल बक्सर और डुमरांव , 11 प्रखंड और 11 अंचल आते हैं। जिले में कुल 142 पंचायत और 1142 गांव हैं। जिला के उत्तर में उत्तर प्रदेश के बलिया जिला , दक्षिण में रोहतास जिला , पश्चिम में उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिला एवं पूर्व में भोजपुर जिला है | जिले का एसटीडी कोड - 01683 और पिन कोड 802101 है।
बक्सर एक वाल्मीक स्थल है। प्राचीन काल में यहाँ घने जंगल हुआ करते थे। पहले इसका नाम 'व्याघ्रसर' था। क्योंकि उस समय यहाँ पर बाघों का निवास हुआ करता था तथा एक बहुत बड़ा सरोवर भी था जिसके परिणामस्वरुप इस जगह का नाम व्याघ्रसर पड़ा। पुरातात्विक खुदाई से प्राप्त अवशेष, बक्सर की प्राचीन संस्कृतियों के साथ मोहंजोदरो और हड़प्पा को जोड़ता है। यह स्थान प्राचीन इतिहास में “सिद्धाश्रम”,
“वेदगर्भापुरी”, “करुष”, “तपोवन”, “चैत्रथ “, “व्याघ्रसर”, “बक्सर” के नाम से भी जाना
जाता था। बक्सर का इतिहास रामायण की अवधि से पहले की है। कहा जाता है
कि बक्सर शब्द व्यघ्रासार से निकला है। ऋषि दुर्वासा के अभिशाप का परिणाम से
,ऋषि वेदशीरा के बाघ के चेहरे को एक पवित्र कुंड में स्नान करने के बाद पूर्वावस्था
की प्राप्ति हुआ था जिसे बाद में व्याघ्रसर नामित किया गया था।
पौराणिक कथाओं के अनुसार, ऋषि विश्वामित्र जो भगवान राम के परिवारिक गुरु थे
और अस्सी हज़ार संतो का पवित्र आश्रम पवित्र गंगा नदी के किनारे स्थित था जो
आधुनिक जिला बक्सर में है । वह राक्षसों द्वारा बलि चढ़ाव से परेशान थे। जिस स्थान पर भगवान राम ने प्रसिद्ध राक्षसी तड़का का वध किया था , वह क्षेत्र वर्तमान बक्सर शहर के अतर्गत आते हैं। इसके अलावा, भगवान राम और उनके छोटे भाई लक्ष्मण ने बक्सर में अपनी
शिक्षाएं लीं। यह भी कहा गया है कि अहिल्या, जो गौतम ऋषि की पत्नी थी ,भगवान
राम के चरणों के एक मात्र स्पर्श से मुक्ति प्राप्त कर अपने मानव शरीर को पत्थर से
प्राप्त किया। इस जगह को वर्तमान में अहिरौली के नाम से जाना जाता है और बक्सर
शहर से छह किलोमीटर दूर स्थित है। कमलदह पोखरा, जो कि व्याघ्रसर के नाम से भी जाना जाता है,अब एक पर्यटक स्थल है।
बक्सर का प्राचीन महत्व ब्रम्ह पुराण और वारह पुराण जैसे प्राचीन महाकाव्यों में वर्णित है।
बक्सर जिला लंबे समय से संडक संचार के मामले में समृद्ध रहा है | बक्सर जनरल में
“फ्रांसिस बुकनन” ने कहा है कि जिले में कुछ बहुत अच्छी सड़के है उसने ईट निर्मित
कुछ पुलों सहित बहुत अच्छे सड़क पर कोईलवर से बक्सर तक भ्रमण किया उसने
कुछ अन्य अच्छे संडको जैसे बक्सर का बड़ा सड़क, सासाराम से वाराणसी का सड़क
एवं डुमराव आरा पटना बक्सर सड़क तथा बिहिया पियरो रोड, डुमराव नासरीगंज
रोड तथा सासाराम बिक्रमगंज आरा संडक का भी चर्चा किया है जो कि अच्छे रोड
माने जाते थे | बक्सर जिला मुख्यालय पूर्व रेलवे के मुख्य पथ पर है | गंगा नदी बारह
मास नव वाहनिया है | यहां से सामान पूर्व में कोलकाता के लिए एवं पश्चिमी में उत्तर
प्रदेश के लिए जहाजों से भेजे जाते है |
चौसा की लड़ाई मुगल सम्राट हुमायूं और अफगान, शेरशाह
सूरी के बीच एक
उल्लेखनीय सैन्य लड़ाई थी। यह 26 जून 1539 को चौसा में
,बिहार में बक्सर 10 मील
दक्षिण-पश्चिम में लड़ा गया था। शेर शाह विजयी हुआ था
और खुद फरीद अल दीन
शेर शाह का ताज पहना।
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