जहानाबाद जिले का परिचय ----
जहानाबाद जिले का परिचय ----
जहानाबाद जिला - -
जहानाबाद जिला मगध प्रमंडल का एक जिला है। इस जिले में एक अनुमंडल , 7 प्रखंड , 7 अंचल और 93 पंचायत और 911 गांव है। इसके पूर्व में नालंदा पश्चिम में अरवल , दक्षिण में गया और उत्तर में गया जिला है। जहानाबाद जिले की स्थापना 1 अगस्त 1986 को हुआ। जहानाबाद जिले में एक लोकसभा क्षेत्र जहानाबाद है तथा 3 विधान सभा क्षेत्र जहानाबाद , घोसी मखदुमपुर है।
जहानाबाद जिले की भूमि समतल मैदानी है। प्रमिख नदियों में सोन, पुनपुन, फल्गू, दरधा और यमुना नदियां इस जिले से होकर गुजरती है । सिर्फ सोन एवं पुनपुन नदी जहानाबाद जिले के पश्चिमी किनारे को छूती हुई गुजरती हैं। प्रसिद्ध पुस्तक ‘आईना-ए-अकबरी में इस जिले का जिक्र है। 17वीं शताब्दी में औरंगजेब के शासनकाल में यहां भीषण आकाल पड़ा था। भूख से लोग काल का ग्रास बन रहे थे। ऐसी परिस्थिति में मुगल बादशाह ने अपनी बहन जहानआरा के नेतृत्व में एक दल को अकाल राहत कार्य के लिए भेजा। जहानआरा की स्मृति में इस स्थान का नाम जहान आराबाद, जिसे कालांतर में ‘जहानाबाद के नाम से जाना गया। ऐतिहासिक, धार्मिक व पर्यटन की दृष्टि में अत्यंत महत्वपूर्ण क्षेत्र रहा है। मखदूम पुर की पहाड़ी पर इलाके में एक पर्वत की चोटी के मध्य में बाबा सिद्धेश्वरनाथ (भगवान शंकर) का अत्यंत प्राचीन मंदिर है। मगध सेनापति बााणावर ने अपने प्रवास के दौरान एक विशाल मंदिर का निर्माण कराया था, जो आज दबा पड़ा है। इसी पर्वत की चोटी पर सम्राट अशोक ने अपनी एक रानी की मांग पर आजीवक सम्प्रदाय के साधुओं के लिए गुफाओं का निर्माण कराया, जो आज भी उसी स्थिति मे विद्धमान है। ये गुफाए विश्व की प्रथम मानव निर्मित गुफाओं के रूप में जानी जाती है। प्रसिद्ध पुस्तक ‘ए पसेज टू इडिया में बराबर की मालावार के रूप मे प्रस्तुत किया गया है।
इस जिले की अर्थव्यवस्था कृषि आधारित है। जिले में धन , गेहूं और दलहन मुख्य रूप से उपजाए जाते हैं।