वैशाली जिले का परिचय --
वैशाली जिले का परिचय --
वैशाली जिला -
वैशाली जिला तिरहुत प्रमंडल का हिस्सा है। वैशाली का जिला मुख्यालय हाजीपुर है। मुजफ्फरपुर से अलग होकर १२ अक्टूबर 1972 को वैशाली एक जिला के रूप में अस्तित्व में आया। इस जिले में 3 अनुमंडल हाजीपुर , महुआ तथा महनार हैं। जिले में कुल 16 प्रखंड , 291 पंचायत 1838 गांव है। जिले में दो लोकसभा सीट हाजीपुर और वैशाली तथा विधान सभा के कुल 8 सीट हाजीपुर, महनार, लालगंज, पातेपुर, वैशाली, महुआ, राजापाकड़ और राघोपुर हैं।
पूरी दुनिया पहला लोकतंत्र वैशाली गणराज्य था। वैशाली का इतिहास अत्यंत प्राचीन है। वैशाली गणराज्य रामायण काल के अयोध्या राज्य के समकालीन था। उसी समय के राजा विशाल के नाम पर इस गणराज्य का नाम वैशाली पड़ा। वैशाली राज्य की नगर वधु आम्रपाली को कौन नहीं जनता। यही नहीं बुद्ध के समय में वैशाली बुद्ध के 16 महाजनपदों में से एक और मगध के सामान महत्वपूर्ण था। जैन धर्म के तीर्थंकर महावीर का जन्म इसी वैशाली की पवित्र भूमि पर हुआ था।
भगवान बुद्ध ने वैशाली का बार-बार दौरा किया और
अपने उपदेश दिए। । तीसरी शताब्दी बी.सी. में सम्राट
अशोक ने बौद्ध धर्म के प्रचार प्रसार के लिए प्रसिद्ध
अशोक स्तंभों में से एक यहां खड़ा किया। बुद्ध के
महापरिनिर्वाण के सौ साल बाद – वैशाली में दूसरी
बौद्ध परिषद आयोजन किया
गया। इस बौद्ध महा परिषद को यादगार बनाने के
लिए दो और स्तूप बनाए गए।वैशाली बौद्ध और जैन
दोनों के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थ केंद्र है। वैशाली
इलाके में कई भव्य बौद्ध मठ आज भी मौजूद हैं।
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