मुजफ्फरपुर जिले के पर्यटन स्थल --
मुजफ्फरपुर जिले के पर्यटन स्थल --
मुजफ्फरपुर एक धार्मिक एवं सांस्कृतिक क्षेत्र है। इस भूमि पर अनेक दर्शनीय स्थल हैं। उनमें से कुछ के बारे में जानकारी देता हूँ।
बाबा गरीब स्थान मंदिर,मुजफ्फरपुर ---
देवघर की तर्ज पर बाबा गरीबनाथ धाम में भी डाक बम गंगा जल लेकर महज 12 घंटे में बाबा का जलाभिषेक करने की परंपरा रही है.
माता बगलामुखी मंदिर ---
यह मंदिर काफी प्राचीन है। यह स्थान काफी पवित्र और सिद्ध है। शत्रुओं का नाश करने वाली इस माता बगलामुखी का मंदिर कच्ची सराय रोड , मुजफ्फरपुर में स्थित है | मंदिर में स्थापित माता की मूर्ति अष्टधातु की है जो दस भुजा स्वरुप में पञ्च प्रेतासन पर विराजमान है। माँ बगलामुखी कि मूर्ति के ठीक नीचे "सहस्त्र दल महायंत्र" स्थापित है | इस यन्त्र पर १०८ महाविद्याओं कि साधना की जाती है | यह एक जाग्रत यंत्र है और इस यन्त्र के कारण लोगों की कामना पूरी होती है। यही नहीं इसके दर्शन मात्र से मनुष्य का भाग्य बदल सकता है | नवरात्र में यहाँ देशभर से अनेकों भक्त साधना के लिए आते हैं। कहा जाता है कि माता बगलामुखी के साधक को कभी शत्रु परेशान नहीं कर सकते।
चतुर्भुज स्थान मंदिर --
चतुर्भुज स्थान मंदिर मुजफ्फरपुर भगवान विष्णु का प्रसिद्ध एवं पवित्र दर्शनीय मंदिर है। इस मंदिर का विशेष महत्त्व है। यह मंदिर इलाके का सबसे प्रचीन मंदिर है। कहा जाता है कि यह मंदिर मौर्या साम्राज्य कालीन है जिसका जीर्णोद्धार 1200 के आसपास किया गया। । अतिप्राचीन बाबा चतुर्भुज नाथ मंदिर भक्ति व आस्था का केंद्र है । यहाँ भगवान् चतुर्भुज यानी श्रीहरि विष्णु की भवय प्रतिमा स्थापित है । यहाँ एक प्राचीन शिवलिंग भी है । इस मंदिर परिसर में भगवान् सूर्य , भैरव और गणेश भगवान की प्रतिमाए स्थापित है । यहाँ मुख्य द्वार पर स्थापित सूर्य मंदिर इस क्षेत्र का एकमात्र सूर्य मंदिर है । यह मंदिर मुजफ्फरपुर के दर्शनीय स्थल मे काफी प्रसिद्ध है।
श्रीराम मंदिर ---- मुजफ्फरपुर जिले का यह प्रसिद्ध श्री राम मंदिर साहू पोखर के गांव में स्थित है। यह मंदिर काफी प्रशिद्ध एवं पुराना है। यहाँ पर दूर -दूर से भक्त दर्शन करने आते हैं। यही मंदिर परिसर में एक बड़ा शिव लिंग है। मन जाता है कि इस मंदिर में श्री राम की पूजा के बाद जो भक्त शिव जी का जलाभिषेक करता है उसकी सभी मनोकामना पूरी होती है।
रमन देवी मंदिर ---- यह मंदिर माता दुर्गा का प्रसिद्ध मंदिर है। मुजफ्फरपुर शहर के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है। कहा जाता है की आजादी से पहले इस मंदिर का निर्माण एक व्यवसायी ने करवाया था। आजादी के पहले से ही यह मंदिर काफी प्रसिद्ध और जाग्रत है। हमेशा यहाँ पर भक्तों की भीड़ लगी रहती है।
खुदीराम बोस मेमोरियल ----
शहीद क्रन्तिकारी खुदीराम बोस की याद में खुदीराम बोस मेमोरियल बनाया गया है।
जुब्बा सहनी पार्क ----
स्वतंत्रता सेनानी और क्रांतिकारी जुब्बा साहनी के नाम पर चिल्ड्रन पार्क मिठ्ठनपुरा क्षेत्र में स्थित है।
रामचंद्र साही संग्रहालय ----
जुबबा साहनी पार्क के बीच में, रामचंद्र शाही संग्रहालय का निर्माण 1979 में किया गया। यहाँ विभिन्न कलाकृतियों, अष्टदिक पाल और मानसा नाग जैसे मूर्तियों को दिखाया गया है। प्राचीन बर्तनों का संग्रह और जटिल रूप से बनाई गई मूर्तियों इस संग्रहालय का एक प्रमुख आकर्षण है।
लीची का बाग ----
मुजफ्फरपुर की लीची पुरे देश में प्रसिद्ध है। यह बड़ा ही स्वादिष्ट और मीठा फल है। जाहिर है लीचियों का बाग़ भी यहीं होगा। लीची जब पककर लाल होता है तो बड़ा ही खूबसूरत दीखता है। यह पर्यटकों के लिए काफी लुभावना जगह है। मुजफ्फरपुर शहर के आसपास के इलाके में में लीची के बहुत से बाग़ हैं। प्रत्येक साल यहाँ लाखों तन लीची का उत्पादन होता है।
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